एशिया कप 2025 से पहले संजू सैमसन का तूफानी शतक, चयनकर्ताओं को दिया करारा जवाब

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज़ संजू सैमसन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह बड़े मैच खिलाड़ी हैं। एशिया कप 2025 से ठीक पहले उन्होंने केरल क्रिकेट लीग (KCL) में केवल 42 गेंदों पर शतक लगाकर तहलका मचा दिया। इस पारी को क्रिकेट विशेषज्ञ और फैंस चयनकर्ताओं को दिया गया करारा जवाब मान रहे हैं, खासकर तब जब टीम इंडिया में उनकी जगह को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे।

संजू सैमसन की विस्फोटक पारी

कोच्चि ब्लू टाइगर्स की ओर से खेलते हुए सैमसन ने 51 गेंदों में 121 रन की पारी खेली। उनकी बल्लेबाज़ी इतनी आक्रामक रही कि गेंदबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। उन्होंने अपनी पारी में चौकों और छक्कों की बरसात कर दी और टीम को लगभग 237 रनों के लक्ष्य के बेहद करीब पहुँचा दिया।

इस पारी की खासियत यह रही कि सैमसन ने ओपनिंग की और शुरू से ही विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाया। यह भूमिका उन्हें सामान्यत: टीम इंडिया में नहीं मिलती, लेकिन इस मैच में उन्होंने दिखा दिया कि वह किसी भी पोज़िशन पर खेलने में सक्षम हैं।

चयनकर्ताओं और शुभमन गिल को सीधा संदेश

कुछ दिनों पहले मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा था कि सैमसन को केवल तब ही ओपनिंग का मौका मिला जब शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल उपलब्ध नहीं थे। वहीं, एशिया कप 2025 के लिए शुभमन गिल को उपकप्तान भी बना दिया गया है। ऐसे में सैमसन की जगह टीम में स्थायी नहीं मानी जा रही थी।

लेकिन उनकी यह धमाकेदार पारी चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट को सीधा संदेश है कि उन्हें नज़रअंदाज़ करना आसान नहीं है। फैंस का भी मानना है कि ऐसे बल्लेबाज़ को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना टीम इंडिया के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।

क्या एशिया कप में मिलेगा मौका?

टीम इंडिया की मौजूदा रणनीति के अनुसार शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा ओपनिंग करेंगे। इस स्थिति में सैमसन को मध्यक्रम में सीमित भूमिका मिल सकती है। पूर्व क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे ने भी कहा था कि भले ही सैमसन भरोसेमंद खिलाड़ी हैं, लेकिन एशिया कप में उन्हें शुरुआती इलेवन से बाहर बैठना पड़ सकता है।

फिर भी, केरल प्रीमियर लीग में खेली गई इस पारी ने यह साफ कर दिया है कि अगर सैमसन को मौका मिलता है, तो वह अकेले मैच का पासा पलटने का दम रखते हैं।

निष्कर्ष

संजू सैमसन का यह शतक सिर्फ रन बनाने की कहानी नहीं है, बल्कि यह उनके आत्मविश्वास और जज्बे की मिसाल है। एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले उनका फॉर्म में आना भारतीय टीम के लिए शुभ संकेत है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चयनकर्ता और टीम मैनेजमेंट उन्हें किस भूमिका में खिलाते हैं।

अगर उन्हें सही मौका मिला, तो सैमसन टीम इंडिया के लिए मैच विनर साबित हो सकते हैं और आलोचकों को खामोश कर सकते हैं।

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