श्रेयस अय्यर का एशिया कप 2025 से बाहर होना – आखिर क्यों?
भारतीय क्रिकेट में चयन को लेकर हमेशा चर्चा होती रही है। लेकिन इस बार सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहे हैं श्रेयस अय्यर, जिन्हें एशिया कप 2025 की टीम में शामिल नहीं किया गया। इतना ही नहीं, उन्हें रिज़र्व खिलाड़ियों की सूची में भी जगह नहीं मिली। यह फैसला क्रिकेट प्रेमियों, एक्सपर्ट्स और पूर्व खिलाड़ियों के बीच एक बड़ी बहस का विषय बन गया है।
प्रदर्शन शानदार, फिर भी चयन से बाहर
श्रेयस अय्यर ने हाल ही में बेहतरीन फॉर्म दिखाया था। आईपीएल 2025 और वनडे क्रिकेट में उनका बल्ला लगातार रन बना रहा था। मिडिल ऑर्डर में उनकी स्थिरता और अनुभव टीम इंडिया के लिए हमेशा उपयोगी रही है। इसके बावजूद उनका नाम मुख्य टीम और स्टैंडबाय खिलाड़ियों की सूची दोनों से गायब रहा।
चयनकर्ताओं का तर्क
मुख्य चयनकर्ता अजीत अग्रकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा –
“श्रेयस अय्यर किसकी जगह लेते? फिलहाल टीम में 15 खिलाड़ियों को ही शामिल किया जा सकता है, उन्हें मौका पाने के लिए इंतज़ार करना होगा।”
यानी चयनकर्ताओं के अनुसार टीम में पहले से मौजूद खिलाड़ियों की जगह निकालना संभव नहीं था।
पूर्व खिलाड़ियों की नाराज़गी
कई पूर्व क्रिकेटरों ने इस फैसले पर नाराज़गी जताई।
रॉबिन उथप्पा ने इसे “अजीब और चौंकाने वाला” कहा।
अभिषेक नायर ने यहां तक कह दिया कि यह फैसला इस बात का संकेत है कि चयनकर्ताओं की योजनाओं में अब अय्यर के लिए जगह नहीं है।
हरभजन सिंह और आर. अश्विन ने भी सवाल उठाए कि जब खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो उसे मौका क्यों नहीं दिया जा रहा।
व्यक्तिगत समीकरण भी कारण?
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रेयस अय्यर और नए हेड कोच गौतम गंभीर के बीच मतभेद रहे हैं। हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं है, लेकिन कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि यही कारण उनकी अनदेखी की वजह हो सकता है।
युवाओं को तरजीह
इस बार चयन समिति ने युवाओं को तरजीह दी। शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाया गया, जबकि अभिषेक शर्मा जैसे युवा खिलाड़ी को टीम में मौका मिला। इसका सीधा असर अय्यर और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ियों पर पड़ा, जिन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
क्रिकेट प्रेमियों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर यह मुद्दा ट्रेंड करता रहा। फैंस ने सवाल किया कि अगर स्थिर और अनुभवी बल्लेबाज को ही टीम में मौका नहीं मिलेगा तो युवा खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ जाएगा। बहुत से लोग मानते हैं कि अय्यर का अनुभव बड़े टूर्नामेंट्स में टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकता था।
निष्कर्ष
श्रेयस अय्यर का एशिया कप 2025 से बाहर होना सिर्फ एक खिलाड़ी का चयन न होना नहीं है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट चयन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल भी खड़े करता है। क्या यह निर्णय पूरी तरह से रणनीति पर आधारित था या फिर इसमें व्यक्तिगत समीकरणों का भी हाथ है? यह सवाल अभी भी चर्चा में है।
फिलहाल इतना तय है कि अय्यर को फिर से टीम में जगह बनाने के लिए और मेहनत करनी होगी। उनके फैंस को उम्मीद है कि आने वाले टूर्नामेंट्स में वह अपनी जगह पक्की करेंगे और चयनकर्ताओं को अपने फैसले पर दोबारा सोचने के लिए मजबूर करेंगे।
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