एशिया कप 2025 के लिए टीम इंडिया का नया मैनेजर: पीवीआर प्रशांत
कौन हैं पीवीआर प्रशांत?
पीवीआर प्रशांत का नाम राजनीति और खेल दोनों से जुड़ा हुआ है। वे खुद भले ही बड़े स्तर पर क्रिकेटर नहीं रहे, लेकिन जिला स्तर पर क्रिकेट खेल चुके हैं। इसके अलावा आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन में सक्रिय रहकर उन्होंने क्रिकेट प्रशासन का अनुभव हासिल किया है। यही अनुभव शायद उन्हें इस बड़े मौके तक लेकर आया।
राजनीतिक परिवार से नाता
प्रशांत का परिवार आंध्र प्रदेश की राजनीति में काफी सक्रिय है। उनके पिता पुलापर्थी रामंजनयलु (अनजी बाबू) 2009 से 2014 तक विधायक रहे और हाल ही में जन सेना पार्टी से जुड़े हैं। वहीं उनके ससुर गंटा श्रीनिवास राव विशाखापट्टनम जिले के भीमिली से विधायक हैं और राज्य में शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। इस वजह से प्रशांत का नाम सिर्फ खेल तक ही सीमित नहीं है बल्कि राजनीति से भी गहराई से जुड़ा हुआ है।
एशिया कप 2025: बड़ी जिम्मेदारी
एशिया कप 2025 का आयोजन 9 से 28 सितंबर के बीच दुबई और अबू धाबी में होने वाला है। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया का मैनेजर होना किसी भी क्रिकेट प्रशासक के लिए सम्मान और चुनौती दोनों है। मैनेजर की भूमिका केवल खिलाड़ियों की सुविधा तक सीमित नहीं होती, बल्कि टीम के हर छोटे-बड़े प्रशासनिक काम को संभालना भी उनकी जिम्मेदारी होती है। खिलाड़ियों की मानसिकता को समझना, उनके लिए सहज माहौल तैयार करना और बोर्ड से तालमेल बैठाना – ये सब मैनेजर के अहम कर्तव्य हैं।
आंध्र प्रदेश के लिए गौरव
इस नियुक्ति को आंध्र प्रदेश के लिए भी एक गर्व के पल के रूप में देखा जा रहा है। 1997 में विजयवाड़ा के पूर्व मेयर डीवी सुब्बाराव को भारतीय टीम का मैनेजर बनाया गया था। उसके बाद लंबे समय तक आंध्र से किसी को यह जिम्मेदारी नहीं मिली थी। अब लगभग तीन दशकों बाद प्रशांत ने उस खालीपन को भर दिया है।
क्रिकेट फैंस की प्रतिक्रिया
इस खबर के सामने आते ही सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस की अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने इसे आंध्र क्रिकेट के लिए बड़ी उपलब्धि बताया तो कुछ ने इसे राजनीति से जोड़कर देखा। हालांकि, अधिकांश फैंस मानते हैं कि प्रशांत को मौका मिलना आंध्र क्रिकेट की बढ़ती पहचान का सबूत है।
निष्कर्ष
एशिया कप 2025 में टीम इंडिया का प्रदर्शन कैसा रहेगा यह तो वक्त बताएगा, लेकिन इतना तय है कि पीवीआर प्रशांत जैसे अनुभवी प्रशासक की मौजूदगी टीम के लिए मददगार साबित होगी। उनका स्थानीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक का अनुभव अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारतीय क्रिकेट टीम के साथ जुड़ने जा रहा है। यह केवल उनके लिए ही नहीं बल्कि पूरे आंध्र प्रदेश और भारतीय क्रिकेट के लिए भी गौरव का क्षण है।

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