प्रसिद्ध कृष्णा और जो रूट की भिड़ंत : ओवल टेस्ट का सबसे बड़ा ड्रामा
ओवल टेस्ट में प्रसिद्ध कृष्णा और जो रूट की झड़प : जानिए पूरा मामला
घटना कैसे शुरू हुई?
22वें ओवर की पहली ही गेंद पर जब रूट क्रीज़ पर आए तो प्रसिद्ध कृष्णा ने हल्की-फुल्की चुहल करते हुए कहा – “आप बहुत अच्छी शेप में लग रहे हैं।” यह बात मज़ाक के तौर पर कही गई थी, लेकिन रूट ने इसे अलग अंदाज़ में लिया और उन्होंने पलटकर तीखे शब्दों में जवाब दिया। देखते ही देखते दोनों के बीच बहस बढ़ गई और मैदान का माहौल तनावपूर्ण हो गया।
कृष्णा की सफाई
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रसिद्ध कृष्णा ने साफ किया कि उनका इरादा रूट को अपमानित करने का नहीं था। उन्होंने कहा – “हमारी योजना थी कि उनके ध्यान को भटकाया जाए। मैंने कुछ हल्के शब्द कहे थे, लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि वह इतनी बड़ी प्रतिक्रिया देंगे। बाद में मैंने जाकर उन्हें समझाया और उन्होंने बताया कि वह खुद को मोटिवेट करने की कोशिश कर रहे थे।”
रूट की प्रतिक्रिया
जो रूट का मानना था कि कृष्णा ने उन्हें अपशब्द कहे, इसी वजह से उनका गुस्सा भड़क उठा। हालांकि बाद में दोनों खिलाड़ियों के बीच बातचीत हुई और मामला शांत हो गया। कृष्णा ने यह भी बताया कि मैदान पर चाहे जितना भी मुकाबला हो, मैदान के बाहर उनकी रूट से अच्छी दोस्ती है।
माहौल और तनाव
यह झड़प केवल खिलाड़ियों तक ही सीमित नहीं रही। भारतीय बल्लेबाज़ केएल राहुल ने भी अंपायर कुमार धर्मसेना से बहस करते हुए कहा – “बस बैट, बॉल और घर जाओ?” यह बयान दर्शाता है कि मैच के दौरान मैदान पर कितना तनावपूर्ण माहौल था।
रणनीति का असर
दिलचस्प बात यह रही कि कृष्णा की इस रणनीति ने काम भी किया। रूट मात्र 29 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। वहीं प्रसिद्ध कृष्णा ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 62 रन देकर 4 विकेट झटके। उनकी गेंदबाज़ी ने भारत को मज़बूत स्थिति में ला दिया और टीम ने टेस्ट में जीत हासिल की।
विशेषज्ञों की राय
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने माना कि भारत की यह योजना सफल रही। उन्होंने कहा कि यह साफ दिखाई दे रहा था कि भारतीय गेंदबाज़ रूट को मानसिक रूप से अस्थिर करना चाहते थे और इसमें वे सफल भी रहे। वहीं इंग्लैंड के असिस्टेंट कोच मार्कस ट्रेस्कोथिक ने इस विवाद को हल्का बताते हुए कहा कि ऐसी बातें मैदान पर अक्सर होती रहती हैं।
निष्कर्ष
क्रिकेट केवल बल्ले और गेंद का खेल नहीं है, बल्कि यह दिमाग़ और रणनीति का भी खेल है। प्रसिद्ध कृष्णा और जो रूट की यह झड़प इस बात का सबूत है कि मानसिक दबाव भी मैच का बड़ा हिस्सा होता है। अच्छी बात यह रही कि विवाद के बाद दोनों खिलाड़ी सामान्य हो गए और आपसी सम्मान बनाए रखा।
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