गौतम गंभीर ने विराट कोहली को दिया ‘देसी बॉय’ का टैग | DPL 2025 फाइनल का मजेदार पल
DPL 2025 फाइनल का मजेदार पल
दिल्ली प्रीमियर लीग (DPL) 2025 का फाइनल सिर्फ रोमांचक खेल के लिए ही याद नहीं किया जाएगा, बल्कि इसका एक हल्का-फुल्का और मजेदार पल भी दर्शकों के दिल में बस गया। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कोच गौतम गंभीर ने फाइनल के बाद इंटरव्यू में खिलाड़ियों को उनके अलग अंदाज और खेल की खासियत के आधार पर टैग दिए। इस दौरान उन्होंने विराट कोहली को ‘देसी बॉय’ कहकर संबोधित किया, जो सभी क्रिकेट फैंस के लिए एक हंसने वाला और यादगार पल बन गया।
विराट कोहली को ‘देसी बॉय’ टैग क्यों?
गंभीर ने कोहली को यह टैग उनकी दिल्ली से जुड़ी जड़ों और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के सम्मान में दिया। यह केवल मजाक नहीं था, बल्कि विराट कोहली की पहचान और उनके लोकल क्रिकेट roots को याद दिलाने वाला स्नेहपूर्ण अंदाज था। दिल्ली के दोनों क्रिकेट सितारे—गंभीर और कोहली—के बीच की दोस्ती और सम्मान इस पल में साफ नजर आया।
अन्य खिलाड़ियों के मजेदार टैग
गंभीर ने अन्य खिलाड़ियों के लिए भी मजेदार और सार्थक टैग दिए। उदाहरण के लिए:
सचिन तेंदुलकर – ‘क्लच’ (महत्वपूर्ण मौके पर भरोसेमंद)
जसप्रीत बुमराह – ‘स्पीड’ (तेज़ गेंदबाजी की पहचान)
नितीश राणा – ‘गोल्डन आर्म’
शुभमन गिल – ‘सबसे स्टाइलिश’
राहुल द्रविड़ – ‘मिस्टर कंसिस्टेंट’
वीवीएस लक्ष्मण – ‘रन मशीन’
जहीर खान – ‘डेथ ओवर स्पेशलिस्ट’
ऋषभ पंत – ‘सबसे मजेदार खिलाड़ी’
क्रिकेट का ह्यूमन टच
गंभीर का यह टैगिंग सेगमेंट दर्शकों के लिए मनोरंजन और चर्चा का विषय बन गया। क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं है, बल्कि यह खिलाड़ियों की व्यक्तिगत खूबियों और उनके व्यक्तित्व का जश्न भी है। ऐसे छोटे-छोटे पल खेल को और मजेदार और मानवीय टच देने वाले बनाते हैं।
खिलाड़ियों की खासियत उजागर
यह टैगिंग खिलाड़ियों की अलग-अलग खूबियों को भी उजागर करती है। कोहली की मेहनत, गिल की स्टाइल, बुमराह की तेज़ी और लक्ष्मण की रन बनाने की क्षमता—सभी को एक नए और ह्यूमन अंदाज में पेश किया गया। फैंस के लिए यह पल यादगार बन गया और सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
निष्कर्ष
अंत में कहा जा सकता है कि विराट कोहली को ‘देसी बॉय’ कहना सिर्फ मजाक नहीं था, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के स्थानीय और सच्चे प्रतिनिधि के सम्मान का प्रतीक भी है। DPL 2025 फाइनल का यह हल्का-फुल्का पल दर्शाता है कि क्रिकेट सिर्फ जीत-हार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भावनाओं, मित्रता और खेल के मनोरंजन का भी उत्सव है।
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